बुधवार, 19 मार्च 2008

होली है - रंग और गुलालों की होली की शुभकामनाएँ

सभी आगंतुकों को मेरी होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ । होली के कुछ गीतों का आनन्द उठाएँ । होली के अवसर पर कुछ पंक्तियाँ ।

होली आई रे, होली आई रे ।
डुबें हैं सब रंग-अबीर में,
सब हैं रंगे प्यार के रंग में ।
मस्ती का त्योहार है आया
सबने है हुङदंग मचाया ।
उठ रहा है रंगों का उबार
सब तरफ मची है रंगों की बौछार।
आओ रंगे प्यार से सब को
बचे ना कोई जाना-अनजाना,
आओ खेलें हिल-मिल के होली
होली आई रे, होली आई रे ।

2 comments:

समयचक्र ने कहा…

बहुत बढ़िया कविता . होली पर्व पर आपको ढेरों रंग गुलाल सहित शुभकामना

Udan Tashtari ने कहा…

होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ. लिखते रहें.